मै ना जानु पढ़ना लिखना,
लेकिन मुन्नी को हे पढ़ना,
अच्छी शिक्षा पाएगी
जब मुन्नी इस्कूल जाएगी . . .
रोज मजूरी कितनी मिलती,
मै ना जानु कोई गिनती
वो मुझसे गिनवाएगी
जब मुन्नी इस्कूल जाएगी . . .
दूर कभी चिठ्ठी हो देनी
मेरी बात लिखेगी मुन्नी
ख़त मे वो छाजाएगी
जब मुन्नी इस्कूल जाएगी . . .
हर मुश्किल से उसको लढना
कुछ भी हो आगे हे बढ़ना
अच्छे नंबर लाएगी
जब मुन्नी इस्कूल जाएगी . . .
जीवन कटा हे सहेते सहेते
थोडा हसते थोडा रोते
वो गीत खुशीके गाएगी
जब मुन्नी इस्कूल जाएगी . . .
Wednesday, March 31, 2010
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1 comment:
Hey good poem
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